माता रानी ने कृपा बरसाई
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
माता रानी ने कीती सुनवायी
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
ओने मेरे सारे रह खोल
मेरे सारे रुक्के कम शुद्ध होए
मेरी माया मेरी,
मेरी माया मेरी शुद्ध लेन आई
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
माता रानी आपे दौड़ी दौड़ी आई
एक हर खुशी मेरी झोली पाई
मेरी अम्बे ने,
मेरी अम्बे ने कीट्टी सुनवायी
मेरी हर गल पुरी हुनिद आई
अज मेरी मईया मेरे कर आई
कुशियां दे सागर विच दुबकी लगायी
मेरी दत्ती ने,
मेरी दत्ती ने कीति सुनवायी
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक:
यहाँ साझा करें।