मैया आवेगी मैया आवेगी: भजन (Maiya Aavegi Maiya Aavegi)


मैया आवेगी मैया आवेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी ॥
बुलावे टाबरिया,
या दौड़ी आवे है,
आंसुड़ा भक्ता का,
देख ना पावे है,
आके म्हारे सर पे या तो,
हाथ फिरावेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी ॥

माँ की ममता को तो,
कोई भी मोल नहीं,
भेद ना भाव करे,
माँ सो कोई और नहीं,
मोह माया से आके म्हाने,
मैया बचावेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी ॥

आंच ना आवेगी,
लाज ना जावेगी,
भरोसो कर ले तू,
या साथ निभावेगी,
‘सूरज’ कवे सुनी बगिया में,
फूल खिलावेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी ॥

मईया आवेगी मईया आवेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी ॥

दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन
Maiya Aavegi Maiya Aavegi - Read in English
Maiya Aavegi Maiya Aavegi, Sanche Maan Se Yaad Karoga, Ruk Na Pawegi, Maiya Aavegi Maiya Aavegi ॥
Bhajan Maa Durga BhajanMata BhajanNavratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanShukravar BhajanFriday BhajanAshtami BhajanGupt Navratri BhajanJeen Bhawani BhajanJeen Mata BhajanRajasthani BhajanKuldevi Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

जब भक्त बुलाते हैँ हरि दौड़ के आते हैँ - भजन

जब भक्त बुलाते हैँ, हरि दौड़ के आते हैँ ॥ वो तो दीन और दुःखीओं को ॥

भस्म तेरे तन की, बन जाऊं भोलेनाथ: भजन

भस्म तेरे तन की, बन जाऊं भोलेनाथ, भक्ति में तेरी, रम जाऊं भोलेनाथ, शाम सुबह गुण तेरा, गाऊं भोलेनाथ,
भक्ति में तेरी, रम जाऊं भोलेनाथ ॥

करते सब पर दया की नज़र, शिव भोले शंकर: भजन

करते सब पर दया की नज़र, शिव भोले शंकर, बाबा भोले बाबा बाबा भोले बाबा, बाबा भोले बाबा बाबा भोले बाबा ॥

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं: भजन

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं, झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है, झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है ॥

क्या वो करेगा लेके चढ़ावा: भजन

क्या वो करेगा लेके चढ़ावा, सब कुछ त्याग के बैठा कहीं, भक्त नहीं वो भला है ढूंढ़ता, गुण देखे गुणगान नहीं,
मैं कहता नहीं श्रद्धा है बुरी, पर कर्म तराजू धर्म वही, भक्त नहीं वो भला है ढूंढ़ता, गुण देखे गुणगान नहीं ॥