महाकाल की शरण मे - भजन (Mahakal Ki Sharan Mein)


सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण में,
है काल भी तो हारा,
महाकाल की शरण मे,
सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण मे ॥
हो वक्त चाहे कैसा,
तुम हार नहीं जाना,
उज्जैन जाके दुख तुम,
महाकाल को सुनाना,
झुकता जहान सारा,
महाकाल की शरण मे,
सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण मे ॥

है मौत शिव की दासी,
भूत प्रेत शिव के चाकर,
चलता समय का पहिया,
आदेश शिव का पाकर,
किस्मत का चमके तारा,
महाकाल की शरण मे,
सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण मे ॥

शिप्रा के तट पर बैठे,
महाकाल मेरे राजा,
जीवन का सुख मिलेगा,
उज्जैन नगरी आजा,
रोशन शहर है जहां सारा,
महाकाल की शरण मे,
सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण मे ॥

है रूप जोगी वाला,
उनकी अजब है माया,
भक्तों का साथ शिव ने,
हर युग में है निभाया,
‘मंत्री’ को है सहारा,
महाकाल की शरण मे,
सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण मे ॥

सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण में,
है काल भी तो हारा,
महाकाल की शरण मे,
सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण मे ॥
Mahakal Ki Sharan Mein - Read in English
Sabako Mila Shahara, Mahakal Ki Sharan Mein, Hai Kaal Bhi To Hara, Mahakal Ki Sharan Mein, Sabako Mila Shahara, Mahakal Ki Sharan Mein ॥
Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanJyotirling BhajanShiv Mandir Bhajan

अन्य प्रसिद्ध महाकाल की शरण मे - भजन वीडियो

शीश गंग अर्धंग पार्वती - Anuradha Paudwal

शीश गंग अर्धंग पार्वती - Rajendra Jain

शीश गंग अर्धंग पार्वती - Lakhbir Singh Lakkha

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली - भजन

राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली। कृष्ण नाम के हीरे मोती...

श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी - भजन

श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा॥

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं - भजन

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम । कौन कहता हे भगवान आते नहीं..

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल - भजन

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल। छोटो सो मेरो मदन गोपाल..

एक बार जो रघुबर की, नजरो का: भजन

एक बार जो रघुबर की, नजरो का इशारा हो जाये, तेरी लगन में खो जाऊँ मैं, दुनिया से किनारा हो जाये ॥