क्यों हो गई चौखट से दूरी: भजन (Kyo Ho Gayi Chokhat Se Duri)


क्यों हो गई चौखट से दूरी,
कुछ तो जरा विचार लो,
मर्यादा से श्याम रिझा लो,
मर्यादा से श्याम रिझा लो,
आदत जरा सुधार लो,
क्यूँ हो गई चौखट से दूरी,
कुछ तो जरा विचार लो ॥
कलजुग का दातार है प्यारे,
इसे परखना आता है,
देव बड़ा अलबेला है ये,
लखदातार कुहाता है,
छोड़ के स्वारथ सच्चे भाव से,
छोड़ के स्वारथ सच्चे भाव से,
दिल से इसे पुकार लो,
क्यूँ हो गई चौखट से दूरी,
कुछ तो जरा विचार लो ॥

सौदागर बन सौदा करते,
लाड़ लड़ाना भूल गए,
धरम और मर्यादा भूले,
प्रभु शुकराना भूल गए,
झूठे टोटके झूठे चोचले,
झूठे टोटके झूठे चोचले,
दिल से जरा निकाल लो,
क्यूँ हो गई चौखट से दूरी,
कुछ तो जरा विचार लो ॥

सीखो अपने बड़ो से नियम,
खाटू आने जाने का,
मर्यादा और भाव से प्यारे,
सांवरिये को रिझाने का,
जनम हो जाएगा जी,
जनम हो जाएगा जी,
स्वारथ की गठरी उतार लो,
क्यूँ हो गई चौखट से दूरी,
कुछ तो जरा विचार लो ॥

सब सुख इसकी झोली में है,
जिसपे चाहे वार दे,
सरल भाव से जो कोई आवे,
उसका जनम सुधार दे,
‘रोमी’ कहता श्याम के दर पे,
‘रोमी’ कहता श्याम के दर पे,
अहंकार को मार लो,
क्यूँ हो गई चौखट से दूरी,
कुछ तो जरा विचार लो ॥

क्यों हो गई चौखट से दूरी,
कुछ तो जरा विचार लो,
मर्यादा से श्याम रिझा लो,
मर्यादा से श्याम रिझा लो,
आदत जरा सुधार लो,
क्यूँ हो गई चौखट से दूरी,
कुछ तो जरा विचार लो ॥
Kyo Ho Gayi Chokhat Se Duri - Read in English
Kyon Ho Gae Chaukhat Se Duri, Kuchh To Jara Vichaar Lo, Maryada Se Shyam Rijha Lo, Maryada Se Shyam Rijha Lo, Aadat Jara Sudhar Lo, Kyon Ho Gae Chaukhat Se Duri, Kuchh To Jara Vichaar Lo ॥
Bhajan Shri Vishnu BhajanShri Krishna BhajanBrij BhajanBaal Krishna BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanShri Shayam BhajanHariyali Teej Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

अम्बे चरण कमल है तेरे - भजन

अम्बे चरण कमल है तेरे, हम भौंरें हैं जनम जनम के, निसदिन देते फेरे

मुझे राधा रानी मेरा श्याम मिला दे

आज बिरज में होरी रे रसिया। होरी रे होरी रे बरजोरी रे रसिया॥

आज बिरज में होरी रे रसिया: होली भजन

आज बिरज में होरी रे रसिया। होरी रे होरी रे बरजोरी रे रसिया॥

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं - भजन

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम । कौन कहता हे भगवान आते नहीं..

होली खेल रहे नंदलाल - होली भजन

होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन कुञ्ज गलिन में। वृंदावन कुञ्ज गलिन में...