खाटू वाला खुद खाटू से, तेरे लिए आएगा - भजन (Khatu Wala Khud Khatu Se Tere Liye Aayega)


खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा,
मोरछड़ी ले लीले चढ़के,
संग ख़ुशी लाएगा,
खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा ॥
तुझको तो बस इतना करना,
श्याम से नेह लगाना है,
दीन दुखी निर्बल का हरदम,
तुझको साथ निभाना है,
तुझपे अपना प्रेम लुटाने,
तेरे लिए आएगा,
मोरछड़ी ले लीले चढ़के,
संग ख़ुशी लाएगा,
खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा ॥

दुनिया वाले क्या कहते है,
उसपे ना तू विचार कर,
श्याम के आगे करके समर्पण,
जो भी मिले स्वीकार कर,
हार के खुद को तुझको जिताने,
तेरे लिए आएगा,
मोरछड़ी ले लीले चढ़के,
संग ख़ुशी लाएगा,
खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा ॥

जितनी भी उलझन है ‘मोहित’,
श्याम उसे हल कर देगा,
पापों से मुक्ति देकर के,
जीवन सफल ये कर देगा,
केवट बनकर पार लगाने,
तेरे लिए आएगा,
मोरछड़ी ले लीले चढ़के,
संग ख़ुशी लाएगा,
खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा ॥

खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा,
मोरछड़ी ले लीले चढ़के,
संग ख़ुशी लाएगा,
खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा ॥
Khatu Wala Khud Khatu Se Tere Liye Aayega - Read in English
Khatu Wala Khud Khatu Se, Tere Liye Aaega, Morachhadi Le Leele Chadhake, Sang Khushee Laega..
Bhajan Shri Krishna BhajanBrij BhajanBaal Krishna BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanShri Shayam BhajanRajasthani BhajanFagan Mela BhajanKhatu BhajanKhatu Shayam BhajanReshmi Sharma Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

जब भक्त बुलाते हैँ हरि दौड़ के आते हैँ - भजन

जब भक्त बुलाते हैँ, हरि दौड़ के आते हैँ ॥ वो तो दीन और दुःखीओं को ॥

लक्ष्मी भजन

.दीपावली पूजा, धनतेरस पूजा एवं श्री कुबेर पूजा में सबसे अधिक भेजने वाले भजन], मंत्र, आरती तथा गीत।

घर में आओ लक्ष्मी माता - भजन

घर में आओ लक्ष्मी माता, आओ पधारो श्री गणराजा ॥ दीवाली का त्यौहार आया..

रामायण के 7 काण्ड में कोई नही है ऐसा सुन्दरकाण्ड के जैसा - भजन

रामायण के सात काण्ड में, कोई नही है ऐसा, सुन्दरकाण्ड के जैसा

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी - भजन

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी, निर्जल रहकर निश्छल मन से, नित ध्यान प्रभू का धरती थी ..