जागरण की रात मैया,
जागरण में आओ,
माँ जागरण में आओ,
आस लगाए बैठे है माँ,
अब तो दरश दिखाओ,
जागरण की रात मईया,
जागरण में आओ,
माँ जागरण में आओं ॥
तेरे भक्तों ने मैया,
तेरी ज्योत जगाई,
तेरे लिए महामाई,
चुनरी लाल मंगाई,
पान सुपारी हलवा पूरी,
आके भोग लगाओ,
जागरण की रात मईया,
जागरण में आओ,
माँ जागरण में आओं ॥
तेरी शेर सवारी,
भक्तो के मन भाई,
दर्श बिना अब तेरे,
एक पल रहा ना जाए,
जल्दी से तुम आ जाओ माँ,
अब ना देर लगाओ,
जागरण की रात मईया,
जागरण में आओ,
माँ जागरण में आओं ॥
‘पासी केसरी’ मैया,
तेरी दिल से भेंट गाए,
जो भी दर पे आता,
झोली भर के जाए,
‘लाडी’ की भी मैया जी,
अब बिगड़ी बात बनाओ,
जागरण की रात मईया,
जागरण में आओ,
माँ जागरण में आओं ॥
जागरण की रात मैया,
जागरण में आओ,
माँ जागरण में आओ,
आस लगाए बैठे है माँ,
अब तो दरश दिखाओ,
जागरण की रात मईया,
जागरण में आओ,
माँ जागरण में आओं ॥
दुर्गा चालीसा |
आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी |
आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली |
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् |
माता के भजनJagran Ki Raat Maiya, Jagran Mein Aao, Maan Jagran Mein Aao, Aas Lagaye Baithe Hai Maan, Ab to Darash Dikhao, Jagran Ki Raat Maiya, Jagran Mein Aao, Maan Jagran Mein Aaon ॥ Bhajan Mata Rani BhajanNavratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanGupt Navratri BhajanMaa Durga BhajanMata BhajanAshtami BhajanMahalaya BhajanAmbe BhajanMaa Jagdambe BhajanMata Ki Bhajan Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक:
यहाँ साझा करें।