होली खेले नंदलाला , बिरज में होली खेले नंदलाला, होली खेले नंदलाला , बिरज में होली खेले नंदलाला ।
तेरे दर पे मॉ, जिंदगी मिल गई है, मुझे दुनिया भर की, ख़ुशी मिल गई है, तेरे दर पे मॉ, जिंदगी मिल गई है ॥
मैया मैं तेरी पतंग, हवा विच उडदी जावांगी, मैया डोर हाथों छड्डी ना, मैं कट्टी जावांगी, मईया मैं तेरी पतंग, दाती मैं तेरी पतंग ॥
सावन सुहाना आया है, सावन, संदेसा माँ का लाया है, सावन, चिंत पुर्णी के द्वार गूंजती, जय जयकार, चिंता पुर्णी के द्वार गूंजती,
जय जयकार, भक्तो के मन भाया है, सावन,सावन सुहाना आया है, संदेसा माँ का लाया है ॥
सज रही मेरी अम्बे मैया, सुनहरी गोटे में, रूपहरी गोटे में..