गजानन पूरे कर दो काज,
शरण में आये हम भी आज,
शिव गौरा के राज दुलारे,
देवों के सरताज ॥
सबसे पहले शिव भोले ने करि तुम्हारी पूजा,
हम भी पहले तुम्हे मनाएं काम करें फिर दूजा,
लड्डुओं का तुम्हे भोग लगाएं आजाओ महाराज,
गजानन पूरे कर दो काज ॥
मूसे की तुम करो सवारी शोभा जग में न्यारी,
एक दन्त गज बदन तुम्हारा जाऊं मैं बलिहारी,
तीन लोक में राज तुम्हारा धरती या आकाश,
गजानन पूरे कर दो काज ॥
BhaktiBharat Lyrics
सात सुरों से आज सजाई हमने तेरी माला,
हमको चरणों में रख लेना सुनलो गौरी लाला,
तेरी किरपा से राणा की गूंजे ये आवाज़,
गजानन पूरे कर दो काज ॥