द्वार पे गुरुदेव के हम आ गए ।
ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥
देखलो हमको भला दर्शन हुआ ।
प्रेम हिरदे में मगन प्रसन्न हुआ ॥
हर तरफ आनन्द ही आनन्द छा गए ।
ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥
भाव श्रद्धा के सुमन अर्पण करें ।
रात दिन हरि हरि सुमरण करें ॥
मंत्र सतगुरुजी हमें बतला गए ।
ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥
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