राधावल्लभ लाल हमारे,
नैनन बिच समा गयो,
दीवाना हमें बना गयो,
मस्ताना हमें बना गयो ॥
छवि देखि प्रियतम की जबसे,
भई बावरी मैं तो तबसे,
रसिया प्यारो सखियन वारो,
हस हस हमें रिझा गयो,
दीवाना हमें बना गयों,
मस्ताना हमें बना गयो ॥
मुखमण्डल की शोभा न्यारी,
श्याम संग सजे बनवारी,
या छवि पे मैं सबकुछ हारूँ,
दिलबर दिल को भा गयो,
दीवाना हमें बना गयों,
मस्ताना हमें बना गयो ॥
रसिकन के ये प्राणन प्यारे,
सखियां लाड़ लड़ावे न्यारे,
महारानी संग लाड़लो ठाकुर,
मेरो चित्त चुरा गयो,
दीवाना हमें बना गयों,
मस्ताना हमें बना गयो ॥
राधावल्लभ लाल हमारे,
नैनन बिच समा गयो,
दीवाना हमें बना गयो,
मस्ताना हमें बना गयो ॥
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