भोले के दर से सबकुछ मिला: भजन (Bhole Ke Dar Se Sab Kuch Mila)


मुकद्दर मेरा बन ही गया,
भोले के दर से सबकुछ मिला,
मन का अँधेरा मिट सा गया,
भोलें के दर से सबकुछ मिला ॥
नाग गले में माथे पे चंदा,
श्रृंगार भसम का जटा में गंगा,
पीके विष का प्याला नीलकंठ भया,
भोलें के दर से सबकुछ मिला,
मन का अँधेरा मिट सा गया,
भोलें के दर से सबकुछ मिला ॥

दुनिया से हारा वक्त का मारा,
भोले बाबा ने मुझको उबारा,
टूटी थी कश्ती किनारा दिया,
भोलें के दर से सबकुछ मिला,
मन का अँधेरा मिट सा गया,
भोलें के दर से सबकुछ मिला ॥

दीनदयाल वो दुःख है हरता,
मन की मुरादें पूरी है करता,
नाम प्रभु का जिसने लिया,
उसको भोले ने सबकुछ दिया,
मुकद्दर मेरा बन ही गया,
भोलें के दर से सबकुछ मिला ॥

मुकद्दर मेरा बन ही गया,
भोले के दर से सबकुछ मिला,
मन का अँधेरा मिट सा गया,
भोलें के दर से सबकुछ मिला ॥
Bhole Ke Dar Se Sab Kuch Mila - Read in English
Mukadar Mera Ban Hi Gaya, Bhole Ke Dar Se Sab Kuch Mila, Maan Ka Andhera Mit Sa Gaya, Bhole Ke Dar Se Sab Kuch Mila ॥
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Debashish Dasgupta

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