भाव सुमन लेकर मैं बैठा, गौरी सुत स्वीकार करो - भजन (Bhav Suman Lekar Main Baitha Gaurisut Swikar Karo)


भाव सुमन लेकर मैं बैठा,
गौरी सुत स्वीकार करो,
हे गणनायक शुभ वरदायक,
हे गणनायक शुभ वरदायक,
आकर सिर पर हाथ धरो,
भाव सुमन लेकर मै बैठा,
गौरी सुत स्वीकार करो ॥
विद्यावारिधि बुद्धिविधाता,
आप दया के सागर हो,
भक्तों के दुःख हरने वाले,
ना तुमसे करुणाकर हो,
रिद्धि सिद्धि के देने वाले,
हम पर भी उपकार करो,
भाव सुमन लेकर मै बैठा,
गौरी सुत स्वीकार करो ॥

लम्बोदर गजवदन विनायक,
विघ्न हरण कर लो सारे,
मोदक प्रिय मुदमंगल त्राता,
दुःख दारिद्र हरने वाले,
लाज तुम्हारे हाथ गजानन,
भव से बेड़ा पार करो,
भाव सुमन लेकर मै बैठा,
गौरी सुत स्वीकार करो ॥

‘आलूसिंह’ तेरी महिमा का,
पार नहीं कोई पाया,
त्रास हरो सांवल की सारी,
द्वार आपके ये आया,
दास तुम्हारे श्री चरणों का,
हम सबके भंडार भरो,
भाव सुमन लेकर मै बैठा,
गौरी सुत स्वीकार करो ॥

भाव सुमन लेकर मैं बैठा,
गौरी सुत स्वीकार करो,
हे गणनायक शुभ वरदायक,
हे गणनायक शुभ वरदायक,
आकर सिर पर हाथ धरो,
भाव सुमन लेकर मै बैठा,
गौरी सुत स्वीकार करो ॥
Bhav Suman Lekar Main Baitha Gaurisut Swikar Karo - Read in English
Bhav Suman Lekar Main Baitha, Gaurisut Swikar Karo, Hey Gannayak Shubh Vardayak, Hey Gannayak Shubh Vardayak, Aakar Sir Par Haath Dharo, Bhav Suman Lekar Main Baitha, Gaurisut Swikar Karo ॥
Bhajan Vighneswaray BhajanShri Ganesh BhajanShri Vinayak BhajanGanpati BhajanGanpati Bappa BhajanGaneshotsav BhajanGajanan BhajanGanesh Chaturthi BhajanChaturthi Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

ऐसे चुप ना रहा कीजिए राधे राधे कहा कीजिए - भजन

ऐसे, चुप ना, रहा कीजिए ॥ राधे राधे, कहा कीजिए ॥ ऐसे, चुप ना, रहा कीजिए ॥

जय राधा माधव, जय कुन्ज बिहारी - भजन

जय राधा माधव, जय कुन्ज बिहारी, जय गोपी जन बल्लभ, जय गिरधर हरी...

गोकुल की हर गली मे, मथुरा की हर गली मे - भजन

गोकुल की हर गली मे, मथुरा की हर गली मे, कान्हा को ढूँढ़ता हूँ, दुनिया की हर गली मे ॥

सबसे ऊंची प्रेम सगाई - भजन

सबसे ऊंची प्रेम सगाई । दुर्योधन के मेवा त्याग्यो, साग विदुर घर खाई..

श्री राम, जय राम, जय जय राम: राम धुन

श्री राम, जय राम, जय जय राम, श्री राम, जय राम, जय जय राम...