भारत है पहचान मेरी: धार्मिक देशभक्ति भजन (Bharat Hai Pehchan Meri)


भारत है पहचान मेरी और तिरंगा शान मेरी,
दुनिया में सबसे न्यारा मुझे देश जान से प्यारा है,
बस ये ही स्वर्ग द्वारा इसके लिए तो हरपल हाजिर जान मेरी,
भारत है पहचान मेरी और तिरंगा शान मेरी ॥सबसे पहले देश की रक्षा हमको यही सिखाया है,
देश की खातिर पुरखो ने अपना खून बहाया है,
मेरा भारत वर्ष है आन बान शान मेरी,
भारत है पहचान मेरी और तिरंगा शान मेरी ॥

देश प्रेम ना जिस दिल में इंसान नहीं शैतान है वो,
कुर्बान जो देश पे हो जो होते इंसान रूप भगवान है वो,
रोम रोम में बसा हिन्दुस्तान मेरी,
भारत है पहचान मेरी और तिरंगा शान मेरी ॥
BhaktiBharat Lyrics

कवी सिंह का सपना है मैं काम देश के आ जाऊ,
जबतक तन में प्राण रहे मैं बस तेरा गुन गाऊ,
भारत माता इस दिल की मेहमान मेरी,
भारत है पहचान मेरी और तिरंगा शान मेरी ॥
Bharat Hai Pehchan Meri - Read in English
Bharat Hai Pehchan Meri Aor Tiranga Shan Meri, Duniya Mein Sabse Nyara Mujhe Desh Jaan Se Pyara Hai, Bas Hi Swarg Dwar Iske Liye To Harpal Hajir Jaan Mei, Bharat Hai Pehchan Meri Aor Tiranga Shan Meri ॥
Bhajan Arya Samaj BhajanInspirational BhajanPatriotism BhajanDeshbhakti BhajanSchool BhajanCollage BhajanIndependence Day BhajanRepublic Day BhajanShaheed Diwas Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मन में बसाकर तेरी मूर्ति: आरती

मन में बसाकर तेरी मूर्ति, उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥ करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन...

माता रानी ने कृपा बरसाई - भजन

माता रानी ने कृपा बरसाई, मेरी हर गल पूरी हुंडी आई, माता रानी ने कीती सुनवायी

सांवलिया सेठ के श्री चरणों में,अर्जी लगाने आया हूं: श्री कृष्ण भजन

सांवलिया सेठ के श्री चरणों में, अर्जी लगाने आया हूं, झुकती है सारी दुनिया जहां पर, मैं भी सर झुकाने आया हूं,
अर्जी लगाने आया हूं ll

कभी राम बनके, कभी श्याम बनके - भजन

कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना, तुम राम रूप में आना..

ये मेरी अर्जी है: भजन

ये मेरी अर्जी है, मै वैसी बन जाऊँ, जो तेरी मर्जी है ॥