बजरंगी बलि ने ऐसा बजाया डंका,
जला डाली सारी सोने की लंका,
धु धु जलती लंका,
उछल कूदते हनुमान,
जय श्री राम जय हुनमान ॥
हनुमत को लागी थी भूख भारी,
फल हेतु अशोकवाटिका उजारी,
अक्षय कुमार को जब मार गिराया,
रावण को आके असुरो ने बताया,
लकेश की सभा मे बुलाये गए हनुमान,
जय श्री राम जय हुनमान ॥
BhaktiBharat Lyrics
रावण ने जब कोई नही दिया आसन,
पंच बधाई स्वयं बना लिया आसान,
ये देख रावण को विकट क्रोध आया,
असुरो ने पंच में आग लगाई,
फिर लंका दहन कर दिए हनुमान,
जय श्री राम जय हुनमान ॥