अब दया करो हे भोलेनाथ - भजन (Ab Daya Karo He Bholenath)


अब दया करो हे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
तेरे चरणों में हो मेरा माथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥

तेरे द्वार खड़े है रख ले लाज,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥

मैं तो झूम झूम के नाचूं आज,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥

जपू हर हर भोले दिन और रात,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥

मेरे मन में बसे हो भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥

अब दया करो हे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
Ab Daya Karo He Bholenath - Read in English
Ab Daya Karo Hay Bholenath, Mast Rahun Teri Masti Main, Mere Sar Par Rakh Do Apana Haath, Mast Rahun Meri Masti Main, Ab Daya Karo Hay Bholenath, Mast Rahun Teri Masti Main ॥
Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanJyotirling BhajanPrem Bhushan Bhajan

अन्य प्रसिद्ध अब दया करो हे भोलेनाथ - भजन वीडियो

Rishav Thakur, Ayachi Thakur, Maithili Thakur

Divya Chaturvedi

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

रामजी ओ रामजी सांचो तेरो नाम जी: भजन

रामजी ओ रामजी, सांचो तेरो नाम जी, सांचो तेरो नाम, जग में सारे झूठो...

सियारानी का अचल सुहाग रहे - भजन

सियारानी का अचल सुहाग रहे। मैया रानी का अचल सुहाग रहे। राजा राम जी के सिर पर ताज रहे। जब तक पृथ्वी अहिषीश रहे...

रामराज्य! शांति के दूत है हम - भजन

शांति के दूत है हम, शांति के हैं हम पूजारी, हो प्रीत रीत शील हो ये धरती हमारी, तुलसी वाणी श्री राम की ये कहानी

हमें निज धर्म पर चलना सिखाती रोज रामायण - भजन

हमें निज धर्म पर चलना, सिखाती रोज रामायण, सदा शुभ आचरण करना...

हनुमान ने कर दिया काम, चुटकी बजाई करके: भजन

सारे हार गए जोर लगाई करके, हनुमान ने कर दिया काम, चुटकी बजाई करके ॥