भक्त इन पंक्तियां को
स्तुति श्री हिंगलाज माता और
श्री विंध्येश्वरी माता की आरती के रूप मे प्रयोग करते हैं:
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
पान सुपारी ध्वजा नारियल ।
ले तेरी भेंट चढ़ायो माँ ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
सुवा चोली तेरी अंग विराजे ।
केसर तिलक लगाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
नंगे पग मां अकबर आया ।
सोने का छत्र चडाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
ऊंचे पर्वत बनयो देवालाया ।
निचे शहर बसाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
सत्युग, द्वापर, त्रेता मध्ये ।
कालियुग राज सवाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
धूप दीप नैवैध्य आर्ती ।
मोहन भोग लगाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
ध्यानू भगत मैया तेरे गुन गाया ।
मनवंचित फल पाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
माँ दुर्गा देव्यापराध क्षमा प्रार्थना स्तोत्रं |
दुर्गा चालीसा |
आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी |
आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली |
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् |
माता के भजन
नवरात्रि 2024 की तारीखें Navratri 2024 Dates |
दिन |
तिथि |
नवरात्रि में देवी के नाम |
रँग |
3 अक्टूबर |
प्रतिपदा |
घटस्थापना, माता शैलपुत्री पूजा, अग्रसेन जयंती |
पीला |
4 अक्टूबर |
द्वितीया |
माता ब्रह्मचारिणी पूजा |
हरा |
5 अक्टूबर |
तृतीया |
माता चंद्रघंटा पूजा, सिन्दूर तृतीया |
स्लेटी |
6 अक्टूबर |
तृतीया |
- |
नारंगी |
7 अक्टूबर |
चतुर्थी |
माता कुष्मांडा पूजा |
सफ़ेद |
8 अक्टूबर |
पंचमी |
माता स्कंद माता पूजा, ललिता पञ्चमी | दुर्गा पूजा (बिल्व निमन्त्रण) |
लाल |
9 अक्टूबर |
षष्ठी |
माता कात्यायनी पूजा | दुर्गा पूजा (कल्पारम्भ, अकाल बोधन) |
गहरा नीला |
10 अक्टूबर |
सप्तमी |
माता कालरात्रि पूजा, सरस्वती पूजा | दुर्गा पूजा (नवपत्रिका पूजा, कलाबोऊ पूजा) |
गुलाबी |
11 अक्टूबर |
अष्टमी |
महा गौरी पूजा, माता सिद्धिदात्री पूजा, नवमी हवन | दुर्गा पूजा (दुर्गा अष्टमी, कुमारी पूजा, सन्धि पूजा, महा नवमी) |
बैंगनी |
12 अक्टूबर |
नवमी |
विजयदशमी, नवरात्रि व्रत समाप्त | दुर्गा पूजा (बंगाल महा नवमी, दुर्गा बलिदान, नवमी हवन, दुर्गा विसर्जन) |
- |
13 अक्टूबर |
दशमी |
दुर्गा पूजा (बंगाल विजयादशमी, बंगाल दुर्गा विसर्जन, सिन्दूर उत्सव) |
- |
Used as Stuti Shri Hinglaj Mata and Shri Vindhyeshwari Mata Aati: Sun Meri Devi Parvat Vasini। Koi Tera Paar Na Paya... Aarti Maa Durga AartiMata AartiNavratri AartiMaa Sherawali AartiDurga Puja AartiMaa Durga AartiJagran AartiMata Ki Chauki AartiShukravar AartiFriday AartiVindhyeshwari AartiMaa Hinglaj AartiNavratri AartiGupt Navratri Aarti
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सुन मेरी देवी पर्वतवासनी - तृप्ति शाक्य
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