स्टैच्यू ऑफ बिलीफ (विश्वास स्वरूपम्) 351 फीट (107 मीटर) ऊँची, भगवान शिव की दुनिया में सबसे बड़ी शिव मूर्ति है। वैसे तो राजस्थान का नाथद्वारा शहर श्रीनाथजी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, परन्तु अब भगवान श्री कृष्ण का यह शहर भगवान शिव के स्टेचू ऑफ लॉर्ड शिव के रूप में भी जाना जाने लगा है।
भगवान शिव की इस मूर्ति की कल्पना मिराज समूह के अध्यक्ष श्री मदन पालीवाल द्वारा की गई थी। यह मूर्ति नाथद्वारा में गणेश टेकरी के निकट ही निर्मित की गई है।
यह प्रतिमा भगवान शिव को एक पहाड़ी के ऊपर एक शिलानुमा कुर्सी पर बैठी मुद्रा को दर्शाती है जो नाथद्वारा शहर की और देख रहे हो।
मूर्ति के शीर्ष शिखर पर भगवान शिव की जटाओं से निकलती हुईं गंगाजी भगवान का अभिषेक करतीं हुई सी बह रही हैं। भगवान शिव को आस्था, श्रद्धा और प्रेम से उनके विशाल एवं दिव्य स्वरूप के मुख को निहारते हुए, 25 फीट ऊँचे प्रमुख गण नंदी स्थापित हैं।
भगवान शिव की यह विशाल एवं अद्भुत मूर्ति पूर्ण हो चुकी है, परन्तु अभी भी यह औपचारिक रूप से आम जन के लिए नहीं खोली गई है, आशा है शिव भक्त जल्दी ही निकट से सहर्षं कर सकेंगे।
मूर्ति की संरचनात्मक 250 किमी प्रति घंटे गति से चलने वाली हवा तथा भूकंप रोधक प्रणाली से निर्मित है।
शिव मूर्ति के साथ साथ ही भीतर ध्यान कक्ष, आगंतुक कक्ष और एक वीआईपी लाउंज की सुविधा भी दी गई है। परिसर में पार्किंग, फुटपाथ, जल निकाय, पुल, फूड कोर्ट, हस्तशिल्प की दुकानें और बच्चों के मनोरंजन हेतु पार्क की सुविधाएं हैं।
शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपम का लोकार्पण समारोह - [दिनांक 29 अक्टूबर से 6 नवंबर 2022]
श्रीनाथजी की नगरी नाथद्वारा में विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपम के लोकार्पण समारोह में आप सभी नाथद्वारा राजस्थान में सादर आमंत्रित है!
❀ 3 नवम्बर 2022 को हंसराज जी के द्वारा भजनों का गायन किया जाएगा।
❀ 5 नवम्बर 2022 को कैलाश खेर का आगमन होगा।
❀ 29 अक्टूबर से 6 नवंबर 2022 तक पूज्य श्री मुरारी बापू द्वारा राम कथा वाचन किया जाएगा।
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ
2016
शिव मूर्ति बनना प्रारम्भ।
2020
मुक्ति निर्माण कार्य का समापन।
6 November 2022
शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपम का लोकार्पण समारोह
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।