भगवान श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम जी को समर्पित श्री दाऊजी मंदिर लगभग 200 वर्ष पुराना है। मंदिर के गर्भगृह की मुख्य छवि भगवान बलराम तथा उनकी पत्नी देवी रेवती की है। मंदिर के निकट ईंटों से ढंका एक टैंक है, जिसे क्षीर सागर के नाम से जाना जाता है, ऐसा माना जाता है कि भगवान की मूल प्रतिमा यहाँ ही मिली थी।
भाद्रपद माह की हलछठ से बीस दिवसीय लक्खी मेला का आयोजन किया जाता है। इस मेले के अंतरगत छह दिवसीय कुश्ती दंगल का भी आयोजन किया जाता है। मंदिर परिसर में प्रथम मेले का आयोजन सन् 1912 में श्री श्याम लाल जी द्वारा किया गया था। हाथरस का यह मंदिर भक्ति-भारत का प्रथम दाऊजी को समर्पित मंदिर है।
Temple in different view
Temple in different view
Colorful main entry gate
Temple in different view
Huge Mela Ground
Large Peepal tree, back side of the temple
Temple main shikhar
1912
प्रथम मेला का आयोजन श्री श्याम लाल जी द्वारा किया गया था।
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