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आषाढ़ मास 2024 (Asadha Maas 2024)

आषाढ़ मास या आदि हिंदू कैलेंडर का एक महीना है जो ग्रेगोरियन कैलेंडर में जून / जुलाई से मेल खाता है। भारत के कैलेंडर में, यह महीना वर्ष का चौथा महीना होता है। वैदिक ज्योतिष में आषाढ़ की शुरुआत सूर्य के मिथुन राशि में प्रवेश से होती है। यह दो महीनों में से पहला है जिसमें मनसून का मौसम शामिल है। बंगाली कैलेंडर में आषाढ़ तीसरा महीना होता है।
आषाढ़ मास का महत्व
हिंदू धर्म में आषाढ़ के महीने का बहुत महत्व होता है। इस दौरान मंगल और सूर्य की पूजा करना शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस महीने में मंगल की पूजा करने से कुंडली में बैठा मंगल अशुभ प्रभाव के बजाय शुभ प्रभाव देने लगता है।

भारत में यह महीना मनसून का मौसम होता है। कुछ नकारात्मक धारणाओं के कारण आषाढ़ मास को अशुभ मास के रूप में मान्यता प्राप्त है। मान्यता है कि आषाढ़ मास गृहप्रवेश, जनेऊ संस्कार, विवाह आदि शुभ कार्य करने के लिए अशुभ होता है।

आषाढ़ मास का त्योहार
आषाढ़ मास में रथ यात्रा प्रमुख त्योहारों में से एक है जो भगवान जगन्नाथ को समर्पित है जो हर साल पुरी और अन्य स्थानों पर आयोजित किया जाता है।

गुरु पूर्णिमा, गुरु को समर्पित एक त्योहार आषाढ़ मास में मनाया जाता है। इससे पहले शयनी एकादशी, शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें चंद्र दिवस (एकादशी) को मनाई जाती है।

आषाढ़ मास 2024
इस साल शनिवार 22 जून 2024 से रविवार 21 जुलाई 2024 तक आषाढ़ मास की गणना है।

आषाढ़ मास 2024 व्रत, त्यौहार, जयंती और उत्सव
22 जून शनिवार 2024: इष्टि
25 जून मंगलवार 2024: कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी
02 जुलाई मंगलवार 2024: योगिनी एकादशी
03 जुलाई बुधवार 2024: प्रदोष व्रत
05 जुलाई शुक्रवार 2024: दर्श अमावस्या, अन्वाधान, आषाढ़ अमावस्या
06 जुलाई शनिवार 2024: आषाढ़ नवरात्रि, इष्टि
07 जुलाई रविवार 2024: जगन्नाथ रथयात्रा, चंद्र दर्शन
16 जुलाई मंगलवार 2024: कर्क संक्रान्ति
17 जुलाई बुधवार 2024: देवशयनी एकादशी
18 जुलाई बृहस्पतिवार 2024: प्रदोष व्रत
19 जुलाई शुक्रवार 2024: जयापार्वती व्रत प्रारम्भ
20 जुलाई शनिवार 2024: कोकिला व्रत
21 जुलाई रविवार 2024: गुरु पूर्णिमा, व्यास पूजा, आषाढ़ पूर्णिमा, अन्वधन

Asadha Maas 2024 in English

Asadha maas or Aadi is a month of the Hindu calendar which corresponds to June/July in the Gregorian calendar. In India's calendar, this is the fourth Month of the year.
यह भी जानें

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चैत्र मास 2025

चैत्र मास, हिंदू कैलेंडर का पहला महीना, जो हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। हिन्दू वर्ष का प्रथम मास होने के कारण चैत्र का विशेष महत्व है। चैत्र मास की पूर्णिमा चित्रा नक्षत्र में है, इसलिए इस मास का नाम चैत्र है। चैत्र का महीना मार्च या अप्रैल में आता है।

आंवला नवमी पर राधा पद दर्शन

आंवला नवमी या अनला नवमी के शुभ अवसर पर, हजारों भक्त प्रसिद्ध राधा पद दर्शन अनुष्ठान के लिए सखीगोपाल मंदिर, पुरी, ओडिशा में भगवान श्री कृष्ण के प्रसिद्ध गोपीनाथ मंदिर जाते हैं।

दीवाली विशेष 2024

दीवाली/दीपावली क्यों, कब, कहाँ और कैसे? आरती माँ लक्ष्मीजी, भगवान श्री कुबेर जी की आरती, आरती श्री गणेश जी, आरती श्री रामचन्द्र जी की कीजै, श्री गोवर्धन महाराज आरती

कार्तिक मास 2024

कार्तिक मास हिंदू कैलेंडर का आठवां महीना है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अक्टूबर और नवंबर में आता है। भारत के राष्ट्रीय नागरिक कैलेंडर में, कार्तिक वर्ष का आठवां महीना है।

पवित्र कार्तिक मास में क्या करें?

कार्तिक मास (माह) हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र महीना है, इस महीने की अधिष्ठात्री देवी श्रीमती राधारानी हैं। इस वर्ष 2023 कार्तिक मास 29 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 27 नवंबर को समाप्त होगा।

आयुध पूजा

आयुध पूजा बुराई पर अच्छाई की जीत और देवी दुर्गा द्वारा राक्षस महिषासुर के विनाश के उत्सव का प्रतीक है। इसे नवरात्रि उत्सव के हिस्से के रूप में मनाया जाता है। आयुध पूजा के लिए, देवी सरस्वती, पार्वती माता और लक्ष्मी देवी को पूजा जाता है। दक्षिण भारत में विश्वकर्मा पूजा के समान लोग अपने उपकरणों और शस्त्रों की पूजा करते हैं।

मैसूर दशहरा

मैसूर दशहरा 10 दिनों तक चलने वाला त्योहार है जो बहुत ही धूमधाम के साथ मैसूर में मनाया जाता है | मैसूर दशहरा कैसे मनाया जाता है? | मैसूर दशहरा महोत्सव 2024 कब शुरू होगा

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